ताजा मामला प्रदेश की राजधानी से चंद किलोमीटर दूर रायबरेली जिले का प्रकाश में आया है जहां पर एक भारतीय सेना में तैनात सैनिक राणा सिंह जिनकी तैनाती श्रीनगर में है।
सैनिक का आरोप है कि पड़ोस में रह रहे दबंग प्रवृत्ति के व्यक्ति मेरे खेत में जबरदस्ती मिट्टी डाल रहे थे,जिसको मैंने समझाते हुए बोला देखो भाई घर में कोई है नहीं हमारे पिताजी भी नहीं है, मिट्टी मत डालो जिसके बाद वे लोग चले गएचले गए।
पीड़ित के आरोप के मुताबिक ग्राम प्रधान रामू मिश्रा ने रात में 3:00 बजे थाने भिजवाकर मेरे नाम अप्लीकेशन दिलवाया,जिसके बाद अनिल कुमार विश्वकर्मा और हरेंद्र जादव दो सिपाही आए बोला कि तुम थाने चलो SO साहब याद कर रहे हैं। मैं थाने पहुंचकर हल्का इंचार्ज से बात कर ही रहा था कि पीछे से आए सिपाही अनिल विश्वकर्मा ने 3-4 थप्पड़ मारे और बैठा लिए बोले इसका धारा 151 में चालान करो।
जिसके बाद मेरे द्वारा काफी हाथ पैर जोड़ने व सुलहनामा पर साइन करने के बाद मेरे विपक्षियों के सामने मारकर भगा दिया। जिसके बाद आज ग्राम प्रधान और रामू मिश्रा कुछ पुलिस वालों के साथ सांठगांठ कर फिर आए बोले इसको साले को फसा दो,जिसके बाद सिपाही अनिल विश्वकर्मा हमसे ₹4000 की मांग करने लगे बोले कि तुमको मैंने एक सो क्यों नहीं बताया है हमें ₹4000 दो। जबकि मैंने फुलाना में पर साइन भी कर दिए थे इसके बावजूद यह पैसा हमसे मांगने आए रात्रि 10:00 बजे तक हमें फोन करते रहे।
सैनिक के बताने की मुताबिक इन सब की शिकायत थाना प्रभारी से भी की लेकिन थाना प्रभारी सभी बातों खारिज करते हुए बोले कि कोई बात नहीं जो हो गया सो हो गया अब मैं सुलह करवा रहा हूं अब कुछ नहीं होगा।
सैनिक राणा सिंह के मुताबिक उनके मान सम्मान प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा है, यदि हमें न्याय नहीं मिला तो हम मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह कर लेंगे।