जौनपुर:-
जिले के एसपी राजकरन नैय्यर अपने पुलिसिया सिस्टम की हर रोज नए तरीके से खुद ही पड़ताल करते रहते हैं, जोकि हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है।
ऐसे ही पुलिसिया सिस्टम की सक्रियता व व्यवहार को परखने के लिए एसपी राजकरन नैय्यर ने सिर पर टोपी और चेहरे पर मास्क लगाकर बृहस्पतिवार की रात सिकरारा थाने में बाइक चोरी का मुकदमा दर्ज कराने पहुंच गए।
जहां पर थाना प्रभारी अंगद तिवारी ने उन्हें थानेदारी का रौब दिखाते हुए इतने सारे सवाल पूछे कि मानो एसपी ने ही बाइक चुराई हो।
थाना प्रभारी के इस रवैया, व्यवहार से नाराज एसपी ने तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया।
एसपी पड़ताल करने मछलीशहर कोतवाली में पहुंचे, यहां थाने में तैनात मुंशी एसपी को पहचान न सका। एसपी ने मुंशी से कहा कि रोडवेज बस स्टैंड से उनकी बाइक चोरी हो गई, रिपोर्ट दर्ज करानी है। कोतवाल के बारे में पूछा तो मुंशी ने बताया कि वह गश्त पर निकले हैं, एसपी ने मुंशी से फोन पर बात कराने को कहा तो मुंशी ने फोन पर बात करा दी। फोन पर एसपी ने कोतवाल से बताया कि बाइक चोरी हो गई है, रिपोर्ट दर्ज करानी है।
थाना प्रभारी ने चुंगी चौराहे पर एसआई रामायण यादव से संपर्क करने को कहा और बताया कि कि मैं दबिश के सिलसिले में मुंगराबादशाहपुर में आया हूं। फिर एसपी ने अपना परिचय देते हुए वीडियो काल से लोकेशन की पुष्टि कराने को कहा, वीडियो काल पर कोतवाल दिनेश प्रकाश पांडेय मुंगराबादशाहपुर थाने में दिखे। साथ ही उन्होंने कस्बे में सुजानगंज चौराहे और बरईपार चौराहे पर गश्त में लगे सिपाहियों की ड्यूटी की पड़ताल की तो दोनों मौके पर नहीं मिले। दोनों सिपाहियों को उन्होंने निलंबित कर दिया।