Breaking News
Home / देश / भजन कीर्तन सुनकर भागेगा कोरोना?

भजन कीर्तन सुनकर भागेगा कोरोना?


आज दुनियाभर में केवल एक ही बात चारों तरफ चर्चा में है ‘कोरोना वायरल’ और इससे बचने के बेशकीमती उपायों के बारे में. लोग अपने अपने तरीके से इससे बचने का लाखों का ज्ञान दूसरे से साझा कर रहे हैं. एक ओर चिकित्सों ने बार बार हाथ धोने और सेनेटाइजर के इस्तेमाल की सलाह दी तो आयुर्वेद ने तुलसी पत्ती की चाय आदि पीने की. राजनीतिज्ञ हाथ मिलाने की जगह नमस्ते करने की सलाह दे चुके हैं जो भारत में तो नहीं लेकिन विदेशों में जरूर प्रचलित हो गई है.

हम इंडियन हैं तो भारतीय तरीकों से ही कोरोना को बाय बाय करेंगे. इसी की अगुवाई करते हुए एक ओर हिंदू महासभा ने गो मूत्र पार्टी का आयोजन किया तो एक बीजेपी नेता ने 33 करोड़ देवी देवताओं के होते हुए कोरोना वायरस का देश वासियों का कुछ न बिगाड़ पाने की बात कही. अब ये मुद्दा सोशल मीडिया पर भी जमकर ट्रेंडिंग में चल रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है कि क्या भजन कीर्तन सुनकर या फिर झाड़ा लगाने से भी कोरोना भगाया जा सकता है. आइए आप भी देखिए यूजर्स कैसी कैसी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं कोरोना पर…

एक यूजर ने अपने उच्च स्तरीय ज्ञान को बांटते हुए अपने परम पूजनीय गुरुजी की भक्ति से कोरोना वायरस को भगाने की बात कही. यूजर ने लिखा, ‘कोरोना वायरस से केवल सतगुरुरामपालजी महाराजजी ही बचा सकते है क्योंकि वे सभी धर्म ग्रन्थों से प्रमाणित करते है कि कबीर साहेब ही पूर्ण परमेश्वर है और उसी पूर्ण परमेश्वर की भक्ति से सभी का कल्याण सम्भव है’.

एक यूजर ने किसी बाबा की एक फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि इनके होते हुए मतलब ही नहीं कि कोरोना देश में रह सके. यहां कोरोना का झाडा लगाया जाता है.

वहीं एक यूजर ने कोरोना वायरस से दूर रखने वाला ताबीज बनाने वाले ‘कोरोना बाबा’ का पोस्टर और नंबर तक शेयर किए हैं. इस पोस्टर पर लिखा है कि जो लोग मास्क नहीं खरीद सकते वे ताबीज लेकर अपने पास रखें. ताबीज कोरोना वायरस से आपकी हिफाजत करेगा.

अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने तो बाकायदा गो मूत्र पार्टी का आयोजन किया जिसमें 100 से अधिक साधू संतों ने भागया. यहां सभी से कोरोना वायरस से बचने के लिए मिट्टी के कुल्लड़ में गो मूत्र की चुस्की लेते नजर आए.

वहीं एक अन्य यूजर ने चाइना सहित अन्य देशों को भी इस उपाय के बारे में बताने की बात लिखी

एक यूजर ने इसका मजाक उड़ाते हुए लिखा है कि अगर गो मूत्र इतना फायदेमंद है तो गाय दूध की जगह अपने बछड़े को मूत्र क्यों नहीं पिलाती है?

About admin

Check Also

पतंजलि, बैद्यनाथ, डाबर, झंडू समेत सबके 22 सैंपल में CSE की जांच में 5 ही पास, शहद में चीनी की मिलावट

🔊 पोस्ट को सुनें नई दिल्ली:- देश की कई बड़ी नामी, आयुर्वेद का दावा करने …