मोटापा कम करने के लिए की जाने वाली बेरियाट्रिक सर्जरी केवल बढ़े हुए फैट को घटाने का ही काम नहीं करती है,बल्कि जो लोग इस सर्जरी को कराते हैं,उन्हें स्किन कैंसर होने का खतरा भी कम हो जाता है।इसमें मेलानोमा स्किन कैंसर भी शामिल है। मेलानोमा उस स्थिति को कहा जाता है,जब त्वचा को रंग देने वाली कोशिकाओं में कैंसर पनप जाता है।यह अध्ययन हाल ही जेएएमए डर्मेटोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।स्वीडन के गोथेनबर्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मैग्डेलेना टूब ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर स्किन कैंसर और मेलानोमा पर बेरियाट्रिक सर्जरी के प्रभाव और मोटापे पर नियंत्रण को लेकर शोध किया है।इस शोध में इन बीमारियों से जुड़े कई अलग-अलग पहलुओं को शामिल किया गया था।इस शोध में उन मरीजों को शामिल किया गया जिन्होंने मोटापे को कम करने के लिए बेरियाट्रिक सर्जरी कराई थी। शोध में पाया गया कि जो मरीज बेरियाट्रिक सर्जरी कराते हैं,उनमें खुद ही स्किन कैंसर और मेलानोमा होने का खतरा कम हो जाता है और यह सर्जरी सीधे तौर पर इन स्किन कैंसर के होने की संभावनाओं को खत्म करती है।
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