बाराबंकी:-
केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए किसान कानून के विरोध में किसानों का धरना प्रदर्शन लगातार, किसान प्रतिनिधियों व सरकार द्वारा रखी गई कई बार मीटिंग में भी कोई निष्कर्ष न निकलने के बावजूद आज 8 दिसंबर को किसानों व किसान संगठनों ने भारत बंद का आवाहन किया जिसके चलते समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी किसानों के समर्थन में भारत बन्द के लिए सभी पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरकर संघर्ष करने को कहा।
जिसके चलते आज 08/12/2020 को प्रशासन ने तानाशाही दिखाते हुए जिले के सदर विधायक सुरेश यादव धर्मराज व जयपुर विधायक गौरव रावत समेत जिले के कई बड़े नेताओं को उनके घरों में पुलिस प्रशासन द्वारा कैद कर लिया गया।
सूत्रों की माने तो किसी बड़े धरना प्रदर्शन होने के डर से प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
सदर विधायक धर्मराज के मुताबिक सत्ता के अहंकार में चूर बीजेपी सरकार ने संवैधानिक अधिकारों का हनन करते हुए किसानों व आम जनमानस के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाली हमारी पार्टी के पदाधकारियों व हमें गैर लोकतांत्रिक ढंग से सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने घरों में नजरबंद कर रखा है। हम समाजवादियों को घरों मे कैदकर किसानविरोधी भाजपा सरकार देश के अन्नदाता की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है, लेकिन हम समाजवादी लोग हमेसा से किसानों के हित की लड़ाई लड़ते आए हैं।
साथ ही इसी संदर्भ में जयपुर विधायक गौरव रावत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कि सरकार किसान विरोधी सरकार है, बीजेपी सरकार ने हमें वह हमारे कार्यकर्ताओं को घरों में कैद कर रखा है जिससे हम किसानों के हक की लड़ाई ना लड़ सके।
सत्ता के अहंकार में चूर बीजेपी सरकार लगातार किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है, लेकिन हम समाजवादी हमेशा से किसानों की हक की लड़ाई के लिए संघर्ष करते आए हैं और करते रहेंगे।