ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन के अनुसार धनतेरस के दिन चांदी खरीदने की भी प्रथा है।अगर सम्भव न हो तो कोई बर्तन खरिदे।इसके पीछे यह कारण माना जाता है कि यह चन्द्रमा का प्रतीक है जो शीतलता प्रदान करता है और मन में संतोष रूपी धन का वास होता है।संतोष को सबसे बड़ा धन कहा गया है। जिसके पास संतोष है वह स्वस्थ है सुखी है और वही सबसे धनवान है।भगवान धन्वन्तरि जो चिकित्सा के देवता भी हैं,उनसे स्वास्थ्य और सेहत की कामना के लिए संतोष रूपी धन से बड़ा कोई धन नहीं है।लोग इस दिन ही दीपावली की रात लक्ष्मी गणेश की पूजा हेतु मूर्ति भी खरीदते हैं।
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