नई दिल्ली।
नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा में जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी इलाके में हालात तनावपूर्ण हैं और डर का माहौल है। इस बीच सरकारी व्यवस्था की असंवेदनशीलता से जुड़ा एक मामला भी सामने आया है।
ब्रिजपुरी इलाके में मंगलवार को हुई हिंसा में मारे गए 22 साल के राहुल ठाकुर का शव बुधवार दोपहर तक उनके परिजनों को नहीं मिल सका।
मौत के एक दिन बाद भी मां-बाप अपने बेटे का शव पाने का इंतजार कर रहे हैं। उलझाऊ सरकारी प्रक्रियाओं की वजह से मृतक राहुल का परिवार बुधवार को जीटीबी अस्पताल के बाहर उसका शव पाने के लिए इंतजार करता नजर आया।