सीतापुर।
कोतवाली क्षेत्र के नेपालापुर के नरसोही गांव में पुलिस की मिली भगत से दहेज़ लोभियों ने सुशीला नामक विवाहिता को मौत के घाट उतार देने का मामला प्रकाश में आया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक थाना मछरेहटा अंतर्गत सूरजपुर के पुतान कुमार त्रिपाठी ने अपनी पुत्री का विवाह 11 वर्ष पहले शिवशरण मिश्रा निवासी नरसोही सीतापुर के साथ हिन्दू रीति रिवाज से एक लाख रुपए नगद व सारा दहेज़ देकर विवाह किया था, मृतका के तीन बच्चे भी है, ससुर उमाशंकर, सास उमा व पति शिवसरन मिश्रा, विवाह के उपरान्त ही सीतापुर में सड़क किनारे प्लाट खरीदने के लिए पुतान त्रिपाठी व मृतका पर ससुराल पक्ष वाले दबाव बना रहे थे।
पुतान ने बताया कि दामाद शिवसरन सड़क किनारे प्लाट व् उसमे एक दुकान बनवाकर 1 लाख रुपए का सामान ले देने के लिए आये दिन मृतका को परेशान करता था कहता था कि अगर तुम्हारे पापा ने दूकान नही करवाई तो तुम्हे ही जान से मार देंगे, गतदिनांक 7 अगस्त 2020 को लड़की के ससुराल पक्ष से फोन आया कि आपकी लड़की बहुत बीमार हैं इस पर जब परिवार व रिश्तेदारों के साथ नरसोही सीतापुर पंहुचा तो देखा कि पुत्री मरी हुई आंगन में पड़ी हुई है ससुराल वालों ने बिना लड़की के घर वालो के आये बगैर ही आनन फानन में शव उतार कर पुलिस को समझकर पंचनामा भरकर पोस्ट मार्टम करवा लिया
विशेष सूत्रों के अनुसार मृतका के पिता ने कोतवाल सीतापुर पर ससुराल पक्ष से मिली भगत का आरोप लगाते हुए बताया कि मृतका का जिस प्रकार आनन फानन में शव का दाह संस्कार किया गया, जिससे साफ प्रतीत होता है कि बड़ी ही बेरहमी से दहेज़ लोभियों ने पुत्री को मौत के घाट उतारा है।
मृतका के पिता पुतान ने बताया कि उनकी पुत्री को ससुरालीजन ग्यारह वर्षो से लगातार प्रताड़ित कर रहे थे आये दिन कोई न कोई नई वस्तु की मांग करते थ, न दे पाने की स्थित में पुत्री सुशीला को मारते पीटते थे।
पुतान त्रिपाठी ने बताया कि उनकी पुत्री आंगनबाड़ी कार्यकत्री थी जो पैसा उसे वेतन के रूप में मिलता था उसे भी पति शिवसरन व् सास उमा छीन लेती थी जिससे उनकी पुत्री बहुत दुखी रहती थीं मेरी पुत्री की हत्या की गई है दामाद के चाचा अवधेश मिश्रा पुलिस में है उनकी सेटिंग से पुलिस रिपोर्ट नही दर्ज कर रही थीं वह भी इस दहेज़ हत्या में शामिल है, यही नहीं कोतवाल सीतापुर टी.पी सिंह देर रात तक तहरीर बदलवाने के लिए लगे रहे, हत्या के लिए उत्प्रेरित की धारा 306 में मुकदमा दर्ज करने के लिए काफी कोशिश की विपक्ष से मोटी रकम वसूली लेकिन मृतका के पिता नही माने आखि़रकार थकहार कर पुलिस अपनी फजीहत कराने के बाद धारा 302, 498 में मामला दर्ज किया है।
अब देखना यह है कि दहेज़ की भेंट चढ़ी मृतका सुशीला के पिता को न्याय मिलेगा या फिर पुलिस की मिलीभगत से आरोपी बच निकालने में कामयाब हो जायेगा।