नई दिल्ली:-
कांग्रेस राष्ट्रीय नेत्रत्व ने नाराज हरीश रावत को मनाने के लिए फैसला किया है कि उत्तराखंड में पार्टी हरीश रावत की अगुआई में ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी। दिल्ली में राहुल गांधी के साथ उत्तराखंड के कांग्रेस नेताओं के साथ एक बैठक हुई, जिसमें ये तय किया गया। लेकिन अभी हरीश रावत को मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बनाया गया है, फिर भी प्रदेश में विधानसभा चुनाव की अगुवाई वहीं करेंगे। करीब ढाई घंटे चली इस बैठक में यह फैसला लिया गया ।
मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव के बाद विधायक दल की बैठक में लिया जाएगा। पूर्व सीएम हरीश रावत ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। हरीश रावत ने बताया कि कैंपेन कमेटी की तरफ से मैं चुनाव लीड करूंगा और सब लोग उस काम में सहयोग देंगे।
हरीश रावत ने हाल ही में राज्य के विधानसभा चुनाव के पहले ‘अपने हाथ बंधे’ होने संबंधी ट्वीट करके आलाकमान को अपनी नाराजगी का साफ संकेत दिया था। बुधवार को अपने ट्वीट में रावत ने राज्य इकाई में गुटबाजी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि उन्हें पार्टी की ओर से सहयोग नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा था कि एक विचार उनके दिमाग में घूम रहा है कि “यह आराम करने का समय है”। चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा था, “है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र में तैरना है, लेकिन सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है।”