लखनऊ के हजरतगंज में प्लस कार्ड के नाम से ई-वॉलेट बनाने वाली ऑक्सडिस प्लस ट्रेड मार्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी जनता और व्यापारियों के करोड़ों रुपये हजम करके भाग गई। कंपनी पेटीएम की तर्ज पर अपने प्लस कार्ड ई-वॉलेट के जरिए शॉपिंग करने में भारी छूट का लालच देती थी।
बालू अड्डा स्थित एक अपार्टमेंट के फ्लैट में करीब सालभर से ऑफिस खोलकर कंपनी ने सिर्फ राजधानी में ही 2000 से अधिक व्यापारियों और 5000 से ज्यादा ग्राहकों को प्लस कार्ड बांटे थे। इंस्पेक्टर राधा रमण सिंह ने बताया कि लगभग 10 दिन पहले कंपनी की संचालिका सुबी अंसारी, उबैद चांद और अंकुश मिश्रा ऑफिस बंद करके भाग गए।
इंस्पेक्टर ने बताया कि कंपनी की ट्रेनर समीक्षा अवस्थी व अन्य कर्मचारियों की तरफ से एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि कंपनी का मास्टरमाइंड ठाकुरगंज के बालागंज स्थित हुसैनबाड़ी बरौरा निवासी उबैद चांद है। उसने अपनी दूसरी पत्नी सुबी अंसारी के नाम से प्लस कार्ड नाम से ई-वॉलेट बनाया था।
पेटीएम की तरह उसका भी ई-वॉलेट गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। करीब डेढ़ साल पहले उसने बालू अड्डा स्थित अहमद मेंशन अपार्टमेंट में रिजवाना खान का फ्लैट किराये पर लेकर ऑफिस शुरू किया था।
संचालकों ने लखनऊ समेत आसपास के जनपदों में कई व्यापारियों से संपर्क कर अपने ई-वॉलेट के जरिए शॉपिंग करने वालों को भारी छूट देने के लिए कंपनी से जोड़ा। इसके बदले व्यापारियों को भी कमीशन दिया जाता था।