Breaking News
Home / क्राइम / सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या? मामले को दबाने में जुटी चिनहट पुलिस

सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या? मामले को दबाने में जुटी चिनहट पुलिस


लखनऊ:-

ताजा मामला जिले के चिनहट थाना क्षेत्र के लौलाई गांव का मामला सामने आया है जहां पर नजदीकी जिले बाराबंकी के देवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित टेराकला निवासी अरविंद कुमार की की पुत्री किरण रावत की शादी लगभग 7 वर्ष पहले लौलाई निवासी अनिल कुमार पुत्र रामनरेश के साथ हुई थी।

लेकिन शादी के कुछ दिनों के बाद ही किरण के ससुराल वाले लगातार मानसिक व शारीरिक प्रताड़ित करने लगे, जिस के संबंध में पीड़िता ने क्षेत्रीय थाने सहित उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया था लेकिन इस पर भी कोई कार्यवाही ना हुई, जिसके परिणाम स्वरूप 15/05/2020 को पीड़िता की मौत हो गई।
लेकिन किरण की मौत पर संसय लगातार बरकरार हैं, क्षेत्रीय पुलिस व ससुराल वाले आत्महत्या का रूप दे रहे हैं।

लेकिन किरण के मायके वाले इसे हत्या करार दे रहे हैं।

मृतका के परिजनों का आरोप है:- कि मेरी बेटी को एक सोची-समझी साजिश के तहत मार गया है। क्योंकि जिस दिन या घटना घटित हुई तो ससुराल वालों ने मुझे फोन तक नहीं किया, जब शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की तैयारी हो गई तो एक पुलिस वाले ने मुझे फोन किया और बताया कि तुम्हारी बेटी की मौत हो गई है शव पोस्टमार्टम के लिए जा रहा है यदि देखना चाहते हो तो आ सकते हो।

मृतका के मायके वाले जब ससुराल पहुंचे तो वहां पर ससुराल वालो पर नामजद हत्या का मुकदमा लिखवाने की बात करने लगे तो ससुराल वालों समझौता करने के लिए बात करनी चाहिए जब नहीं माने तो जान से मारने की धमकी तक दे डाली, मृतका के मायके वाले जब क्षेत्रीय थाने को एफ आई आर दर्ज कराने के लिए पहुंचे तो वहां पर एफ आई आर दर्ज करने के बजाय थाना प्रभारी महोदय ने समझा बुझा कर वापस लौटा दिया।

इस मामले में क्षेत्रीय उप निरीक्षक महोदय ने एक रिपोर्ट तैयार की जिसमें मृतका की मौत को आत्महत्या करार दिया गया।
कि वह कोटेदारों के वहां राशन लेने गई थी जिसके बाद घर आकर फांसी लगा ली।

साथ ही हमारे संवाददाता ने इस मामले की गहराई जाने के लिए मृतका के पुत्र जिसकी उम्र लगभग 5 वर्ष है उससे बात करनी चाही तो उसका कहना है कि मेरी मम्मी को मेरे पापा बाबा व चाचा ने गला दबाकर मारा है।

साथ ही हमारे संवाददाता ने पूरे मामले को गहराई से समझने के लिए चिनहट थाना प्रभारी महोदय को फोन कर मामले की जानकारी मांगी, थाना प्रभारी ने इसको आत्महत्या बताते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग आया है। जब पूछा गया कि मृतका पुत्र कह रहा है कि पापा बाबा और चाचा ने गला दबाकर मम्मी को मारा है इंस्पेक्टर साहब ने कहा कि हमने उससे भी बात कर ली थी, 5- 6 साल का है।
जब हमारे संवाददाता ने सवाल किया कि मृतका के मायके वालों का कहना है कि मेरी बेटी को ससुराल वाले दहेज को लेकर हमेशा परेशान करते थे जिसके चलते उसकी हत्या की गई है, तो थाना प्रभारी ने कहा कि कोई कुछ भी झूठ कह दे क्या हम मान लेंगे रही बात दहेज की तो दहेज की बात तब आती है जब कोई मांगने लायक हो और दूसरा व्यक्ति देने लायक हो, और वह आर्थिक रूप से बहुत मजबूत है उसके पास 10 भैंसें आलरेडी थीं, हैं।

अब यहां पर कुछ सवाल खड़े होते हैं कि:-

यदि किरण नहीं कोटेदार के वहां से राशन लाने के तुरंत बाद आत्महत्या की तो जरूर कोटेदार ने कुछ कहा होगा?

यदि किरण ने खुद आत्महत्या की थी तो ससुराल वालों ने मायके वालों को मौत की जानकारी क्यों नहीं दी?

ससुराल वालों के द्वारा जानकारी देने के बजाय पोस्टमार्टम के लिए ले जाने से तुरंत पहले पुलिस ने मायके वालों को फोन कर जानकारी क्यों दी?

मृतका के ससुराल वालों की संपत्ति के बारे में थाना प्रभारी को इतनी पहले और इतनी गहराई से जानकारी कैसे है?

यदि थाना प्रभारी ने मृतिका के बच्चे से बात की तो उसके बयान के आधार पर रिपोर्ट क्यों दर्ज नहीं की?

थाना प्रभारी इतने भरोसे के साथ कैसे कह सकते हैं कि धनी व्यक्ति दहेज नहीं मांगता?

जब ससुराल वाले पहले से धनी थे तो किरण कोटेदार के वहां राशन लेने क्यों गई?

ऐसा तो नहीं थाना प्रभारी महोदय मामले की दबाने की कोशिश कर रहे हो?

About admin

Check Also

अमेठी:दलित ग्राम प्रधान के पति को ज़िंदा जलाया

🔊 पोस्ट को सुनें अमेठी/उत्तर प्रदेश:-  उत्तर प्रदेश में अपराध थमने का नाम नहीं ले …