⏩मुलायम सिंह जी के जन्मदिन पर ऑपरेशन विजय के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दी शुभकामनाएं, साझा किए कई ऐतिहासिक पल
⏩मुलायम सिंह जी का संघर्ष व सिद्धांत समाज के लिए प्रेरणा, समाजवादी पार्टी का प्रमुख नेतृत्व उनके संघर्ष व सिद्धांतों से भटका- शिवमंगल सिंह
⏩अखिलेश जी का मुलायम सिंह जी के साथ शुरुआती संघर्ष व आज के संघर्ष में जमीन आसमान का अंतर- शिवमंगल सिंह
⏩मुलायम सिंह जी ऑपरेशन विजय के संघर्ष को समझते, 2012 में समाजवादी पार्टी की जीत का श्रेय ऑपरेशन विजय को दिया था- शिवमंगल सिंह
⏩समाजवादी पार्टी में आज चापलूस सफल, जमीनी कार्यकर्ता भटक रहे, राष्ट्रीय अध्यक्ष से आम कार्यकर्ता का मिलना दुर्लभ-शिवमंगल सिंह
⏩समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेता संघर्ष विहीन, उत्तर प्रदेश में नहीं निभा पा रहे विपक्ष की सही भूमिका, कार्यकर्ताओं में वही पुराना जोश- शिवमंगल सिंह
⏩समाजवादी पार्टी नेताजी के संघर्ष व सिद्धांतों को यदि नहीं अपनाती, तो भविष्य में सफलता मिलना असंभव- शिवमंगल सिंह
गरीबों व सेना के मसीहा, आम जनता के प्रेरणा स्रोत, सामाजिक बदलाव के योद्धा, धरतीपुत्र, नेताजी श्री मुलायम सिंह जी के जन्मदिन पर गैर राजनैतिक “ऑपरेशन-विजय” बुराइयों के खिलाफ जंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह {आईपी} ने जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए, कई उनके संघर्ष के ऐतिहासिक पलों को साझा किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, कि 2011 नवंबर में नेता जी ने रात्रि के 10:00 बजे हमसे फोन पर कहा कि आपकी अखिलेश से मिलने की बात हुई या नहीं, जब हमने कहा कि नहीं, तो उन्होंने कहा कि मैं अखिलेश से कहता हूं वह आपसे बात करेंगे।
जिसके बाद सुबह ही अखिलेश जी का फोन हमारे पास आया और कहा कि आपको आज मिलने आना था आ रहे हैं, जिस पर हमने कहा कि हमारी आपसे बात नहीं हो पाई इस कारण मैं नहीं निकल पाया,अभी जल्दी से जल्दी पहुंचता हूं, मैंने माननीय नेता जी के पैतृक आवास सैफई पहुंचकर करीब 3 घंटे अखिलेश जी से मुलाकात कर सामाजिक बुराइयों पर एक लंबा विचार-विमर्श किया था।
जिसके बाद हमने जो उत्तर प्रदेश में “ऑपरेशन-विजय” बुराइयों के खिलाफ जंग द्वारा अभियान को चलाया था, उस अभियान से प्रसन्न होकर नेताजी ने 2012 में हमें भेजे एक पत्र में समाजवादी पार्टी की विजय का श्रेय हमें यानि “ऑपरेशन-विजय” को दिया था।
उन्होंने कहा कि नेताजी के संघर्ष व सिद्धांतों से आज समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व भटक कर, उत्तर प्रदेश में विपक्ष की असली भूमिका भी निभा नहीं पा रहा है, बड़े पैमाने पर उत्तर प्रदेश में लोग घटनाओं के शिकार होकर न्याय से वंचित है।
उन्होंने कहा कि आश्चर्य है, कि पिछले समय समाजवादी पार्टी पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में बांदा में प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जेल भेजा, जिनको समाजवादी पार्टी 44 दिन तक जेल से भी नहीं छुड़ा पाई।
उन्होंने कहा कि आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय नेता डरे हुए व संघर्ष विहीन हो गए हैं, जबकि समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता पहले की तरह ही पूरे जोश वा संघर्ष में दिखता है।
अंत में उन्होंने कहा कि यदि समाजवादी पार्टी ने नेताजी के संघर्ष, सिद्धांत व आदर्शों को नहीं अपनाया तो भविष्य में सफलता मिलना आसान नहीं है।